एक कहानी जो दिल को छू जाए?
अभी कुछ देर पहले जिस चमचमाती काली गाडी मे ... रोहित ने फ्यूल भरा था ... वो कुछ दूर चलकर अचानक से रुक गई ... थोडी देर रुकी रही फिर सामने गैरेज से एक मैकेनिक आया ... फिर कुछ ही देर बाद उस गाडी का मालिक ... अपनी गाडी से उतरकर रोहित के करीब पहुचा ... और लगभग चीखते हुए कहा ...
तुमने क्या डाला मेरी गाडी मे ... जी सर जी डीजल ... बेवकूफ ... क्या कर दिया ये तुमने ... हजारो का नुकसान कर दिया मेरा ... इंजन मे खराबी आ गई है ... मेरी गाडी का पेट्रोल इंजन है ... रोहित नया नया ही काम पर लगा है ... इस पेट्रोल पंप पर ... सीधा सा लडका है ... पढाई मे होशियार मगर मजबूरी मे इस काम पर लगा है ...
ये सुन वो हका बका रह गया ... मै स्थिति की गंभीरता समझ उनके पास गया ... साहब गलती से हो गया ... नया लडका है ... उसने पहले एक भद्दी गाली दी मुझे ... और बोला ... साले तो मै क्या करू ... जानता है कितनी महगी गाडी है मेरी ... इतने मे हमारे मैनेजर आ गए ...
उन्होने भी बहुत समझाने की कोशिश की ... पर उसके सिर पर मानो खून सवार था ... उसने इसी बीच रोहित को एक थप्पड लगा दिया ... उस गरीब मासूम लडके की आंखो मे आंसू आ गए ... वो हाथ जोडे खडा रहा ... मै कुछ सुनना नही चाहता ... अपने मालिक को बुलाओ ...
मालिक का नाम सुनते ही मेरा गला सूख गया ... पंप के मालिक यानी कर्नल साहब बहुत सख्त आदमी है ... उन्हे मुस्कुराते भी नही देखा हमने कभी ... मैनेजर ने मालिक को फोन लगाया ... इस बीच उस व्यक्ति ने रोहित को दो चार और गालियां दी ... रोहित गर्दन झुकाए अपने आंसू छुपा रहा था ..
एक गुनहगार की तरह उसे एक बेंच पर बिठा दिया गया ... उसे देख मुझे दया आ रही थी ... आज ना सिर्फ उसकी नौकरी ... बल्कि उसे इतना बडा हर्जाना भी भरना होगा ... तभी कर्नल साहब की गाडी आ चुकी थी ... मारे डर के मेरे हाथ पैर मे झुनझुनी सी दौड गई ...
वे पास ही खडे मैनेजर के पास आये ... और सख्त लहजे मे पूछा ... क्या बात है ... सर वो जो नया लडका रखा है हमने ... उसने गलती से पेट्रोल की जगह डीजल भर दिया इनकी गाडी मे ... ये कह रहे है इनका बहुत नुकसान हो गया है ... हर्जाना मांग रहे है ... मैनेजर ने लगभग सारी बाते बताई ...
कर्नल साहब ने एक बार रोहित की तरफ देखा ...और फिर उस व्यक्ति के पास गए ... कितना नुकसान हुआ है आपका ... उसने गुस्से मे कहा .... लगभग पंद्रह हजार रुपये का .... कर्नल साहब ने मैनेजर को उसे पंद्रह हजार रुपये देने को कहा ... वो रुपये लेकर जाने लगा कि तभी ...
कर्नल साहब ने सख्ती से कहा ... तुम्हे भी अपना हर्जाना चुकाना होगा ... कौन सा हर्जाना ... तुम्हारे नुकसान की भरपाई तो हमने कर दी ... मगर उस मासूम का क्या ... जिसे तुमने थप्पड और गाली दी है ... क्या उसकी भरपाई हो पाएगी तुमसे ... उस व्यक्ति ने हमारी तरफ देखा ... फिर कर्नल साहब को देखने लगा ...
ऐसे मत देखो तुम ... माफी मांगो इस लडके से ... उस व्यक्ति ने रोहित से माफी मांगी ... और इसके बाद चला गया ... रोहित गर्दन झुकाए अब भी खडा था ... इस नए लडके को ठीक से काम सिखाओ तुम सब ... फिर मैनेजर ने डरते हुए पूछा ... सर ... तो क्या काम पर रहेगा ये ... हां क्यूं नही ... इसने कोई अपराध नही किया है ...
एक छोटी सी भूल हुई है ... इसे और भूल सुधारने का मौका तो मिलना ही चाहिए ... तुम जाओ रोहित काम पर लग जाओ ... और आगे से ध्यान रखना ... मैने जाते जाते भी कर्नल साहब के सख्त चेहरे पर ... हंसी तो नही देखी ... पर उनके चेहरे पर इंसानियत और मानवता देख ... मेरी आंखे भर आई ... इस कहानी में आपको क्या सीखने को मिला... हमे कमेंट करके जरूर बताना ... धन्यवाद ...